माँ का प्यार

माँ का प्यार

तेरे चेहरे की रंगत देख,
सब समझ जाती हूं।
तू परेशान है कितना,
सब समझ जाती हूं।
तेरी एक मुस्कान के,
लिए मै लाखो कोशिश,
करती हूं।।

तू मेरी ही जान है।
मेरे ही खून का हिस्सा,
जब चोट तुझे लगती है,
तो दर्द मुझे होता है।
जब तू परेशान होता है,
तो मन मेरा रोता है।।

हर वो मुमकिन कोशिश करती हूं, 
तेरे चहरे पर मुस्कान लाने की,
मैं माँ हूं माँ, तेरी खुशी में ही,
मैं खुश होती हूं।
तेरे दुख में ही मै रोती हूं,
तेरे दुख में ही मै रोती हूं।।
              
                                 अलका कुमारी

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