जिंदगी है इसी का नाम

  जिंदगी है इसी का नाम

हर हार को तूने किस्मत मान लिया,
दो बार तू गिर गया तो खुद,
को अपाहिज मान लिया।

जो बेसाखियो के बल है चलते,
उनसे पूछना वो जिंदगी से कभी,
मायूस नहीं होते।।

उन्होंने किस्मत को कभी 
कोसा नहीं।
जो अंधा पैदा हुआ।
उसने भी तो किस्मत से,
लड़ना सीखा।।

फिर तु क्यों मान रहा हार,
हजार बार भी चोट लगेगी।
तो आखरी दम तक लड़ना,
जिंदगी है इसी का नाम।।

                                 अलका कुमारी

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